
NEET UG स्कोर से MBBS नहीं इन मेडिकल कोर्सेज में ले सकते हैं दाखिला, डॉक्टर जितनी होगी कमाई
Non Medical Courses: हर साल बड़ी संख्या में डॉक्टर बनने का सपना लेकर छात्र नीट यूजी परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. पिछले 2-4 सालों का रिकॉर्ड देखें तो करीब 25 लाख छात्र हर साल नीट यूजी परीक्षा के लिए आवेदन कर रहे हैं. एक आंकड़ें के अनुसार, साल 2025 में मेडिकल की करीब 1,18,190 सीटें उपलब्ध हैं. ऐसे में कई लोग हैं जो एमबीबीएस कोर्स नहीं चुन पाते हैं. ऐसे छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है. एमबीबीएस के अलावा और भी ऐसे मेडिकल कोर्स हैं, जिनकी डिग्री हासिल करके आप लाखों में कमाई कर सकते हैं.
वर्ष | कुल MBBS सीटें | सरकारी कॉलेजों में सीटें | निजी कॉलेजों में सीटें |
---|---|---|---|
2025 | 1,13,000+ (अनुमानित) | 56,000+ (अनुमानित) | 57,000+ (अनुमानित) |
2024 | 1,18,148 | 60,244 | 46,816 |
2023 | 1,01,043 | 52,778 | 55,170 |
2022 | 92,793 | 44,765 | 44,365 |
2021 | 88,120 | 48,012 | 40,108 |
2020 | 80,312 | 42,222 | 38,090 |
यह औसतन डाटा है जो विभिन्न मेडिकल इंस्टीट्यूट से मिली जानकारी के आधार पर दी गई है. सटीक जानकारी के लिए NTA और NMC की आधिकारिक वेबसाइट चेक करें.
Non Medical Courses: बीएससी नर्सिंग
नर्सिंग का कोर्स उन लोगों के लिए है, जो बीमार लोगों की सेवा करना चाहते हैं. एक एक अच्छा करियर है, जहां आपको सम्मान और लोगों का भरोसा और प्यार मिलता है. साथ ही नर्सिंग की पढ़ाई का खर्च भी कम है. वहीं इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में नर्स के रूप में काम कर सकते हैं.
योग्यता- पीसीबी (फिजिक्स+केमिस्ट्री+ बायोलॉजी) विषय के साथ 12वीं में 50 प्रतिशत अंक अनिवार्य है. आरक्षित वर्ग से आने वाले कैंडिडेट्स के लिए 45 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता है.
सैलरी– शुरुआत में सैलरी 3-5 लाख रुपये सालाना है. वहीं अनुभव के साथ सैलरी बढ़ती है.
Non Medical Courses: बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS)
अगर आप भी MBBS में दाखिला नहीं लेना चाहते हैं या किसी कारणवश एमबीबीएस में आपका दाखिला नहीं हो पाता है तो आप बीडीएस का कोर्स कर सकते हैं. बीडीएस 5 सालों की बैचलर डिग्री है, जिसमें 4 साल की अकैडमिक और एक साल की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है. भारत में बीडीएस के करीब 27,000 से ज्यादा सीट्स उपलब्ध हैं.
बीडीएस की योग्यता- नीट यूजी स्कोर के आधार पर दाखिला मिलता है
सैलरी- 3-8 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है
Non Medical Courses: बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS)
एमबीबीएस के अलावा छात्र BAMS का कोर्स कर सकते हैं. यह करीब 5 वर्षों का कोर्स है, जिसमें छात्रों को आयुर्वेद और ट्रेडिशनल उपचार के तरीके के बारे में बताया जाता है. इस डिग्री को हासिल करने के बाद आप सरकारी अस्पताल (सरकारी आयुष अस्पताल) में काम कर सकते हैं या प्राइवेट क्लिनिक भी खोल सकते हैं.
योग्यता – केमिस्ट्री, फिजिक्स और बायोलॉजी से 50 परसेंट मार्क्स के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. इस कोर्स के लिए नीट यूजी स्कोर अनिवार्य है.
सैलरी- शुरुआत में इस फील्ड में 2-6 लाख रुपये की सैलरी दी जाती है. वहीं अनुभव के साथ सैलरी भी बढ़ सकती है.
Non Medical Courses: बैचलर ऑफ फार्मेसी
यह एक 4 साल का कोर्स है, जिसमें ड्रग डेवलपमेंट, फार्मकोलॉजी, क्लिनिकल रिसर्च और रेगुलेटरी अफेयर्स के बारे में पढ़ाया जाता है. इस कोर्स को ऐसे कैंडिडेट्स कर सकते हैं, जिनकी रूचि बायो और केमिस्ट्री दोनों में है.
योग्यता- बीफार्मा करने के लिए आपको पीसीबी या पीसीएम से 50 परसेंट मार्क्स (रिजर्व कैटेगरी के लिए 45 परसेंट) के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. कई कॉलेज NEET UG Score मांगते हैं. वहीं कुछ कॉलेज 12वीं के अंकों को मान्यता देते हैं.
सैलरी – 7 लाख से 15 लाख सालाना हो सकती है
Non Medical Courses: बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनीमल हस्बेंड्री
बीएससी एंड एच (BSc & AH) कोर्स एक भी एक अच्छा मेडिकल कोर्सेज है. इसमें जानवरों की बीमारी और उनकी देखभाल के बारे में पढ़ाया जाता है. बड़े शहरों या ग्रामीण इलाके जहां लोग पालतू जानवर रखते हैं, उन जगहों पर वेटरनरी डॉक्टरों की डिमांड होती है. इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी अस्पताल, कृषि विभाग में काम कर सकते हैं या खुद का क्लिनिक खोल सकते हैं. कई राज्यों की ओर से समय-समय पर वेटरनरी डॉक्टर की वैकेंसी निकाली जाती है.
योग्यता- इस डिग्री के लिए पीसीबी से 50 परसेंट मार्क्स (रिजर्व कैटेगरी के लिए 45 परसेंट) के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. नीट यूजी स्कोर अनिवार्य है.
सैलरी- इस फील्ड में अनुभव और पोजिशन के अनुसार सैलरी निर्भर करती है. एक्सपर्ट 15 लाख रुपये सालाना तक कमा सकते हैं.
Non Medical Courses: बैचलर इन बायोटेक्नोलॉजी
बायोलॉजी और केमिस्ट्री का मिश्रण, यह विषय छात्रों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. यह 4 सालों का कोर्स है, जिसे करने के बाद आप दवाई की कंपनी, फूड प्लांट या ऐसे अन्य जगहों पर काम कर सकते हैं. वहीं नाबार्ड, कृषि विभाग और कई सरकारी विभाग भी समय-समय पर भर्ती निकालती रहती है.
योग्यता- कई जगहों पर NEET UG Score के आधार पर दाखिला मिलता है और कई जगहों पर CUET UG Score के आधार पर. इस विषय के लिए पीसीएम या पीसीबी में 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं की डिग्री होनी चाहिए.
सैलरी- इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट्स की सैलरी करीब 7 लाख से 15 लाख तक हो सकती है. वहीं अनुभव के साथ सैलरी बढ़ सकती है.
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