
English कमजोर थी पर हौंसले नहीं, GATE और ISRO के बाद UPSC में Topper, कौन है ये IAS?
Success Story of IAS Surbhi Gautam in Hindi: जब हौंसला ऊंची उड़ान का हो तो कोई भी बाधा सामने नहीं दिखती. परेशानियां आती हैं लेकिन आगे बढ़ने का जज्बा भी देती हैं. ऐसी ही कहानी है कुछ सुरभि गौतम (Surbhi Gautam) की जिन्होंने अंग्रेजी बोलने पर मजाक का सामना किया. पढ़ाई में तेज होने के बाद भी यह उनकी कमी थी लेकिन उन्होंने इस कमजोरी को अपनी ताकत बनाया और आज IAS अधिकारी बनकर लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं. आइए जानते हैं IAS Surbhi Gautam Success Story जो आपको प्रेरणा देगी.
यहां से शुरू हुआ सफर (Success Story of IAS Surbhi Gautam)
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरभि गौतम मध्यप्रदेश के एक छोटे से गांव से हैं. सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने 10वीं और 12वीं में 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल किए. बाद में उन्होंने भोपाल से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिग्री ली और यूनिवर्सिटी टॉपर बनकर गोल्ड मेडल हासिल किया.
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ये था इंग्लिश सीखने का तरीका (Success Story in Hindi)
भले ही सुरभि पढ़ाई में बेहतरीन थीं, लेकिन अंग्रेजी बोलने में झिझकती थीं. क्लास में लोग उनका मजाक उड़ाते थे. लेकिन सुरभि ने रोज 10 नए इंग्लिश वर्ड सीखने का संकल्प लिया और धीरे-धीरे अपनि भाषा पर पकड़ बना ली.
पास की इतनी परीक्षाएं (UPSC Topper Success Story)
IAS बनने से पहले सुरभि ने GATE, ISRO, IES, MPPSC PCS, SSC CGL, FCI और दिल्ली पुलिस जैसी परीक्षाएं भी पास कीं. इसके अलावा उन्होंने BARC में न्यूक्लियर साइंटिस्ट के तौर पर भी काम किया.
IAS का ऐसा है सफर (Success Story of IAS Surbhi Gautam)
2016 में सुरभि ने पहले प्रयास में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की और ऑल इंडिया रैंक 50 हासिल की. अब वे IAS अधिकारी के रूप में देश की सेवा कर रही हैं. उनकी कहानी उन छात्रों के लिए एक उदाहरण है जो सोचते हैं कि इंग्लिश कमजोर होने से कुछ नहीं हो सकता. अगर सही दिशा में प्रयास किया जाए तो कुछ भी मुश्किल नहीं होता है और सुरभि की कहानी यही बताती है.
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