
इन 40 नौकरियों पर मंडरा रहा एआई का खतरा, कहीं आप भी तो नहीं हैं इसमें शामिल? देखें
AI High Risk Jobs: बच्चे हों या बडे़, हर कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दीवाना बनता जा रहा है. एआई ने लगभग सभी क्षेत्रों में अपनी पहुंच बना ली है. एआई ने अब तक कई सारे नौकरियों के अस्तित्व को खत्म कर दिया है और देखते ही देखते कई लोगों की नौकरी के लिए एआई बड़ा खतरा बनता जा रहा है. आईटी, मीडिया, रिसर्च समेत कई सेक्टर्स में एआई का इस्तेमाल बढ़ गया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर माइक्रोसॉफ्ट की रिसर्च टीम ने 40 ऐसी नौकरियों की लिस्ट बनाई है, जो एआई के चक्कर में खत्म हो सकती हैं.
AI High Risk Jobs: एआई इन 40 नौकरियों के लिए बना खतरा
- इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर
- इतिहासकार
- पैसेंजर अटेंडेंट
- सर्विस सेल्स रिप्रेजेंटेटिव
- लेखक
- कस्टमर सर्विस रिप्रेजेंटेटिव
- CNC टूल प्रोग्रामर
- टेलीफोन ऑपरेटर
- टिकट एजेंट्स और ट्रैवल क्लर्क
- ब्रॉडकास्ट अनाउंसर और रेडियो DJs
- ब्रोकरेज क्लर्क
- फार्म और होम मैनेजमेंट एजुकेटर
- टेलीमार्केटर
- कंसीयर्ज
- पॉलिटिकल साइंटिस्ट
- न्यूज़ एनालिस्ट, रिपोर्टर, पत्रकार
- गणितज्ञ
- टेक्निकल लेखक
- प्रूफरीडर और कॉपी एडिटर
- होस्ट
- संपादक
- बिजनेस टीचर्स (पोस्ट ग्रेजुएट)
- पब्लिक रिलेशन स्पेशलिस्ट
- डेमोंस्ट्रेटर और प्रोडक्ट प्रमोटर
- एडवर्टाइजिंग सेल्स एजेंट
- न्यू अकाउंट्स क्लर्क
- स्टैटिस्टिकल असिस्टेंट
- काउंटर और रेंटल क्लर्क
- डेटा साइंटिस्ट
- पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर
- आर्काइविस्ट
- इकोनॉमिक्स टीचर (पोस्ट ग्रेजुएट)
- वेब डेवलपर
- मैनेजमेंट एनालिस्ट
- जियोग्राफर
- मॉडल्स
- मार्केट रिसर्च एनालिस्ट
- पब्लिक सेफ्टी टेलीकम्युनिकेटर
- स्विचबोर्ड ऑपरेटर
- लाइब्रेरी साइंस टीचर (पोस्ट ग्रेजुएट)
AI Skills: नए स्किल्स विकसित करें
ऐसे में इन जॉब्स को चुनने से पहले एक बार सोच लें. अगर आप इस जॉब में हैं या इससे चुनना चाहते हैं तो साथ साथ ही नए तरह के Skills विकसित करते रहें. इससे आपके ऊपर भविष्य में खतरा टल सकता है. इन फील्ड में जॉब करने वाले व्यक्ति खुद को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुसार ढाल लें.
What is Artificial Intelligence: क्या होता है आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और ये कैसे काम करता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का मतलब है, ऐसी तकनीक या सिस्टम, जो इंसानों की तरह सोचने, सीखने, निर्णय लेने और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता रखती है. डेटा प्रोसेसिंग, मशीन लर्निंग, डिसीजन मेकिंग, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और कंप्यूटर विजन जैसे टूल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हिस्सा होते हैं. आर्टिफिशियल मानवों की तरह ही सारी चीजें कर सकते हैं बस क्रिटिकल थिकिंग नहीं कर पाते हैं.
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