
किसान की बेटी ने रचा इतिहास, बनीं डिप्टी कलेक्टर, ST वर्ग में किया टॉप
छत्तीसगढ़ में हाल ही में जारी हुए CGPSC 2024 के परिणाम में सरगुजा जिले के सीतापुर काराबेल क्षेत्र की किसान परिवार की बेटी चंचल पैकरा ने अद्भुत सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया है. धान की खेती करने वाले उनके पिता सड़क किनारे सब्ज़ियां बेचकर परिवार का गुज़ारा करते थे और बेटी को अधिकारी बनते देखने का सपना देखते थे. चंचल ने अपने दूसरे प्रयास में यह सपना साकार कर दिया. पहले प्रयास में वह प्रीलियम्स पार नहीं कर सकीं थीं, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने कड़ी मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के दम पर ST वर्ग में प्रथम स्थान तथा ओवरऑल रैंक 206 हासिल कर ली.
CGPSC तैयारी की शुरुआत और रणनीति जानिए टॉपर चंचल पैकरा से
CGPSC टॉपर चंचल पैकरा ने लोकल 18 को बताया कि उन्होंने अपनी तैयारी सितंबर 2022 से शुरू की. कम समय में अधिक प्रभावी पढ़ाई हो सके, इसके लिए उन्होंने कोचिंग ज्वाइन की. उनका कहना है कि सही मार्गदर्शन और निरंतर मेहनत से तैयारी सरल हो जाती है. यह उनका प्रीलिम्स का दूसरा प्रयास था, जबकि मेंस और इंटरव्यू उन्होंने पहली बार दिया और सफलता हासिल की.
परिवार का सहयोग बना सबसे बड़ी ताकत
चंचल ने अपनी सफलता का श्रेय सबसे पहले अपने माता-पिता को दिया. उन्होंने बताया कि परिवार ने कभी भी किसी तरह की दिक्कत महसूस नहीं होने दी. “यदि कभी तनाव होता था, तो पापा हमेशा कहते थे- ‘टेंशन मत लो, सब हो जाएगा.” उनके माता-पिता खेती-किसानी करते हैं. धान की खेती मुख्य रूप से होती है, वहीं अतिरिक्त आय के लिए सब्ज़ियों की बिक्री की जाती है.
गाँव से लेकर इंजीनियरिंग तक की शैक्षिक यात्रा का सफर शानदार
चंचल की प्रारंभिक शिक्षा काराबेल में हुई. पहली से चौथी तक उन्होंने एमपी मेमोरियल स्कूल में अध्ययन किया, पाँचवीं की पढ़ाई सरकारी प्राथमिक स्कूल से पूरी की. इसके बाद छठवीं से 12वीं तक वे एकलव्य विद्यालय सना में रहीं. ग्रेजुएशन उन्होंने जगदलपुर स्थित जीसी कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में किया.
युवाओं के लिए संदेश ईमानदारी, रिवीजन और आत्मविश्वास रखें कायम
CGPSC की तैयारी कर रहे युवाओं को संदेश देते हुए चंचल ने कहा “जो भी पढ़ें, उसे पूरी ईमानदारी और ध्यान से पढ़ें. लगातार रिवीजन करें, टेस्ट दीजिए और अपने आत्मविश्वास को बनाए रखिए. सबसे ज़रूरी है कि आप यह समझें कि आप जो पढ़ रहे हैं, उसे क्यों पढ़ रहे हैं?”
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