
World Tourism Day 2025 : यात्राएं हैं छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षक
World Tourism Day 2025 : पर्यटन के महत्व और इसके सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है. विश्व पर्यटन दिवस 2025 की थीम है- ‘पर्यटन और सतत परिवर्तन’ (Tourism and Sustainable Transformation) है. यह थीम जिम्मेदार यात्रा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जिससे लोगों और दुनिया दोनों को फायदा हो. पर्यटन एक ऐसा माध्यम है, जो हमें अपने शहर-समाज से बाहर की दुनिया को देखने, समझने और नये अनुभव हासिल करने का मौका प्रदान करता है. इसलिए छात्रों के लिए यात्रा को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक माना जाता है.
दुनिया को जानने का जीवंत माध्यम
पूरा विश्व विविधताओं से भरे अलग-अलग समूहों का एक अनोखा संसार है. ये समूह दुनिया के लगभग हर कोने में खुशी-खुशी बसे हुए हैं. सभी अलग-अलग तरह से पले-बढ़े हैं और राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर अपनी-अपनी संस्कृतियों और परंपराओं के साथ रहते हैं. दुनिया भर में घूमने और अलग-अलग जगहों की यात्रा करने का अर्थ है नयी और खूबसूरत संस्कृतियों की खोज करना, वहां लोगों के खान-पान, आस्थाओं और परंपराओं के बारे में जानना. छात्र जब अपने एक दायरे से बाहर निकल कर किसी और जगह जाते हैं, तो नये लोगों के साथ बात करना सीखते हैं. उनके खान-पान को स्वीकारते हैं. सबसे खास बात, यात्रा में वे उन चीजों को करने के लिए ज्यादा खुले होते हैं, जो घर पर कभी नहीं करते. इससे उनके आत्मविश्वास में इजाफा होता है.
होता है स्वतंत्रता का एहसास
यात्रा करना एक वास्तविक दुनिया का अनुभव हासिल करना है. यह घर से बाहर निकलना और अपना ख्याल रखना सीखना है, यह एहसास करना है कि आप समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और अपने दम पर जीवित रह सकते हैं. यह विश्वास करना सीखना है कि आप जीवन में आने वाली किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं. आप मजबूत हैं और आप यह कर सकते हैं. जिंदगी के लिए जरूरी इस तरह के कई अहम सबक यात्राएं हमें सिखाती हैं. यात्रा के दौरान चुनौतियों पर काबू पाने से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होते हैं.
बढ़ता है संचार कौशल
अपने शहर, अपने घर में हम स्वाभाविक तौर पर अपनी मातृभाषा में बातचीत करते हैं, लेकिन विदेश यात्रा का मतलब है वास्तव में संवाद करना सीखना. अगर आप अपनी यात्रा के दौरान रोज स्थानीय लोगों से बात करते हैं, तो आप अपने शहर की तुलना में कहीं ज्यादा तेजी से एक नयी भाषा सीखेंगे और जल्द ही आप सिर्फ अपने पाठ्यक्रम की शब्दावली ही नहीं, बल्कि हाथों के इशारों, चेहरे के हाव-भाव और स्थानीय बोलचाल की भाषा का इस्तेमाल करके भी संवाद करना सीख जायेंगे. यात्राएं आपको नये लोगों से परिचय और मित्रता का भी असवर प्रदान करती हैं.
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