
UPSC की तैयारी, प्रेम और छल पर विकास दिव्यकीर्ति का इंटरव्यू, यहां पढ़ें
Vikas Divyakirti Exclusive Interview: डॉ विकास दिव्यकीर्ति हमेशा अपने विचार, छात्रों को दिए जाने वाले सलाह के लिए जाने जाते हैं. हाल ही में उन्होंने यूपीएससी की तैयारी, प्यार और रिलेशनशिप, एंग्जाइटी और आरक्षण को लेकर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी और रिलेशनशिप दोनों एक साथ जारी रखा जा सकता है. किसी एक के लिए किसी दूसरे को छलने की जरूरत नहीं है.
Vikas Divyakirti Exclusive Interview: देखें विकास दिव्यकीर्ति का इंटरव्यू
झारखंड की राजधानी रांची में दृष्टि कोचिंग संस्थान के ओपनिंग के मौके पर आए डॉ विकास दिव्यकीर्ति से प्रभात खबर ने खास बातचीत की. यहां देखें Vikas Divyakirti Exclusive Interview.
झारखंड में यूपीएससी का अभी क्रेज नहीं
इस खास बातचीत में विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि बिहार के युवाओं में UPSC CSE को लेकर गजब का क्रेज है. अभी झारखंड के युवाओं में वो क्रेज विकसित नहीं हुआ है या शायद उन्हें वो माहौल नहीं मिल रहा.
Vikas Divyakirti On relationship: प्रेम हो या पढ़ाई छल कपट न करें
वहीं उन्होंने प्यार और रिलेशनशिप को लेकर बड़ी बात कही दी. उन्होंने कहा कि जब भी मेरे पास कोई 18-19 साल का बच्चा आता है, जिसने अभी- अभी यूपीएससी की तैयारी शुरू की हो या कोई भी परीक्षा की तैयारी करता हो तो मैं उसे सलाह देता हूं कि अभी प्यार से दूर रहो. लेकिन जब मेरे पास 26-27 साल के स्टूडेंट आते हैं तो मैं उन्हें ये सलाह नहीं देता हूं. विकास दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि एक 26-27 साल के व्यक्ति या उससे अधिक उम्र वाले व्यक्ति को प्रेम के लिए अलग से समय नहीं मिलने वाला है. उन्होंने कहा युवाओं न प्रेम में छल कपट करना चाहिए और न ही पढ़ाई में.
Vikas Divyakirti On Anxiety: एंग्जाइटी दूर करने के लिए टिप्स
विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि आधी प्रॉब्लम तो शेयर करने से ही खत्म हो जाती है. ऐसे में दोस्तों से शेयर करें. स्पोर्ट्स खेलें, जिम जाएं, बच्चों से बात करें, पशु-पक्षी के साथ समय बीताएं. साथ ही कोई हॉबी को फॉलो करें या फिर कोई उद्देश्य पूर्ण एक्टिविटी (Purpose Full Activity) में रूचि दिखाएं.
Vikas Divyakirti On Reservation: आरक्षण को लेकर कही ये बातें
उन्होंने आगे कहा कि मनोविज्ञान में स्थापित बात है कि जब आप अपने से बुरे स्थिति वाले लोगों के साथ समय गुजरेंगे तो अच्छा फील करते हैं. आपको यह एहसास होता है कि आपकी स्थिति थोड़ी कम खराब है. वहीं उन्होंने आरक्षण को लेकर कहा कि आरक्षण अच्छी चीज है , सैद्धांतिक रूप से प्रबल समर्थक हूं. लेकिन इसे ठीक ढंग से लागू करने की जरूरत है. इसमें बहुत गड़बड़ी देखने को मिलती है. जो लोग पहले से संपन्न हैं, वे भी इसका लाभ उठा लेते हैं और वंचित वर्ग वंचित ही रहा जाता है.

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