
MP Police Recruitment: मैथ्स ने की राह आसान, GK देख ठनका माथा, रीजनिंग ने खाया टाइम…इस तरह के प्रश्न
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Jabalpur News: ग्वालियर से परीक्षा देने आईं प्रीति जोत ने लोकल 18 को बताया कि जैसे ही गणित के प्रश्न देखे, हल करने में मजा आ गया क्योंकि मैथ्स के सवाल काफी सरल थे. बस शर्त यह है कि जिन छात्रों का बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर होगा, तब ही मैथ्स की राह उनके लिए काफी आसान होगी.
जबलपुर. मध्य प्रदेश कांस्टेबल पुलिस भर्ती परीक्षा आज (गुरुवार) से शुरू हो चुकी है. परीक्षा को दो शिफ्ट में आयोजित किया जा रहा है. कुल 7500 पदों के लिए करीब 9 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. परीक्षा करीब 45 दिनों तक चलेगी. परीक्षा को लेकर एग्जाम सेंटर में क्या हाल है, इसे जानने के लिए लोकल 18 की टीम पहुंची जबलपुर के परीक्षा केंद्र पर. परीक्षा केंद्रों को शहर के बाहर बनाया गया है. जबलपुर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर लक्ष्मीबाई साहू कॉलेज के केंद्र पर लोकल 18 की टीम पहुंची. पहली शिफ्ट की परीक्षा थी. दो घंटे के पेपर में स्टूडेंट को 12 बजे के करीब बाहर आना था लेकिन पासवर्ड लेट आने के कारण परीक्षा में देरी हुई, जहां स्टूडेंट्स 12:30 बजे बाहर निकले. लोकल 18 ने स्टूडेंट्स ने बातचीत की और जाना कि एग्जाम में किस तरह के प्रश्न आ रहे हैं.
सागर से आए शिवम मीणा ने बताया कि पेपर ईजी ही था. ओबीसी कैटेगरी का हूं, 72 मार्क्स आए हैं. अब देखना होगा कि सिलेक्शन होता है या नहीं. एग्जाम के क्वेश्चन को लेकर उन्होंने बताया कि रीजनिंग से पजल पूछी जा रही है. GK और GS के क्वेश्चन काफी कठिन आ रहे हैं. जीके के क्वेश्चन 18वीं शताब्दी के ज्यादातर पूछे जा रहे हैं. जीके को बहुत पीछे पहुंचा दिया गया है. रीजनिंग में मिरर के क्वेश्चन पहले पूछे जाते थे, इस बार पजल के क्वेश्चन ज्यादा पूछे जा रहे हैं. जो ज्यादा समय ले रहे हैं. इन्हीं सवालों को हल करने में 5 से 10 मिनट लग रहे हैं.
परीक्षा को लेकर सिक्योरिटी बेहद टाइट है. स्टूडेंट्स की बाकायदा चेकिंग की जा रही है. एग्जाम सेंटर के अंदर सिर्फ पैसे ले जाने दिए जा रहे हैं. इतना ही नहीं, स्टूडेंट्स को लोकल सेंटर नहीं दिए जा रहे हैं, जहां जबलपुर के केंद्र में सतना, सागर और गुना जैसे कई बाहर के जिलों से ही कैंडिडेट्स एग्जाम सेंटर में पहुंच रहे हैं. लिहाजा एमपी पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न सरल आ रहे हैं लेकिन जीके और जीएस के प्रश्न देखकर स्टूडेंट का माथा ठनक रहा है जबकि रीजनिंग के क्वेश्चन काफी टाइम ले रहे हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
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