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Success Story of IPS Jyoti Yadav: सफलता का रास्ता कभी आसान नहीं होता लेकिन अगर मेहनत और लगन से अपने सपनों को पूरा करने की ठान ली जाए तो मंजिल जरूर मिलती है. आईपीएस ज्योति यादव की कहानी (IPS Jyoti Yadav Success Story) इसी बात का उदाहरण है. उन्होंने अपनी पढ़ाई और प्रोफेशनल करियर दोनों में बेहतरीन प्रदर्शन किया और फिर यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास कर देश की सेवा करने का रास्ता चुना.
Success Story of IPS Jyoti Yadav: कौन हैं आईपीएस ज्योति यादव?
IPS Officer ज्योति यादव मूल रूप से गुरुग्राम की रहने वाली हैं. उनकी शुरुआती शिक्षा शेरवुड पब्लिक स्कूल से हुई थी. बचपन से ही वे पढ़ाई में होशियार थीं और हमेशा अपने क्लास में अच्छे नंबर लाती थीं. 12वीं पूरी करने के बाद ज्योति ने डेंटल साइंस की ओर रुख किया. उन्होंने बीडीएस की पढ़ाई पूरी की और एक सफल डेंटिस्ट के रूप में अपना करियर शुरू किया.
सिविल सर्विस की तैयारी
ज्योति हमेशा से सिविल सर्विस का सपना देखती थीं. डेंटिस्ट की नौकरी करते हुए उन्होंने तय किया कि अब वह देश की सेवा एक नए रूप में करना चाहती हैं. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की. यह सफर उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन लगातार मेहनत और आत्मविश्वास ने उन्हें आगे बढ़ाया.
पंजाब कैडर में IPS
साल 2019 में ज्योति यादव ने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में 437वीं रैंक हासिल की. यह सफलता उनके जीवन का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुई. उनका चयन इंडियन पुलिस सर्विस में हुआ और पंजाब कैडर उन्हें अलॉट किया गया. इस तरह एक डेंटिस्ट से आईपीएस ऑफिसर बनने का उनका सफर लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया.
सेवा के दौरान भी ज्योति यादव का कामकाज चर्चा में रहा. लुधियाना में उन्होंने बतौर ADCP कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं. एक तलाशी अभियान के दौरान IPS ज्याति का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में आया. आम आदमी पार्टी की लुधियाना दक्षिण विधायक राजिंदरपाल कौर छीना से IPS ज्योति की बहस हो गई थी.
शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस से शादी
ज्योति यादव की पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में रही. हाल ही में उनकी शादी पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस से हुई. दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में मेहनत और ईमानदारी से काम करने के लिए जाने जाते हैं. IPS ज्योति यादव की कहानी (Success Story) इस बात की गवाही है कि अगर आप मेहनत और हिम्मत से काम करें तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रह जाता.
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