
मोबाइल कंपनी में Testing Engineer की बंपर कमाई, जानें करियर का रोडमैप
How to Become Testing Engineer: अगर आपको मोबाइल फोन, गैजेट्स और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी है तो Testing Engineer की नौकरी आपके लिए एकदम परफेक्ट हो सकती है. आज हर मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में Testing Engineer की डिमांड बढ़ती जा रही है क्योंकि कंपनियां चाहती हैं कि बाजार में जाने से पहले उनका हर मॉडल परफेक्ट तरीके से टेस्ट हो जाए.
Testing Engineer क्या करता है?
Testing Engineer का काम मोबाइल को हर लेवल पर चेक करना होता है. मतलब फोन की स्क्रीन, कैमरा, बैटरी, नेटवर्क, स्पीकर, सॉफ्टवेयर सबकुछ टेस्ट करना पड़ता है. ये लोग यह देखते हैं कि फोन में कोई गलती तो नहीं. कोई फीचर ठीक से काम नहीं कर रहा या यूजर को कुछ परेशानी आ सकती है. मोबाइल लांच होने से पहले आखिरी मुहर इसी टीम की लगती है.
कौन बन सकता है Testing Engineer?
इस प्रोफाइल में आने के लिए बहुत भारी डिग्री की जरूरत नहीं होती. अगर आपने BTech in Electronics, IT, Electrical, ECE या Mechanical किया है तो आसानी से इसमें एंट्री मिल सकती है. इसके अलावा Diploma in Electronics या Mobile Technology वाले भी इस क्षेत्र में आते हैं. कई मोबाइल कंपनियां फ्रेशर्स को ट्रेनिंग भी देती हैं, इसलिए अगर आपके पास बेसिक टेक्निकल स्किल है तो नौकरी पाना मुश्किल नहीं होता.
सैलरी और करियर ग्रोथ
सैलरी के मामले में यह प्रोफाइल काफी आकर्षक है. फ्रेशर्स को 18 हजार से 28 हजार महीना शुरू में मिल जाता है. जैसे ही दो से तीन साल का अनुभव हो जाता है, सैलरी बढ़कर 35 हजार से 60 हजार तक आराम से चली जाती है. बड़े ब्रांड्स जैसे Samsung, Xiaomi, Vivo, Oppo और Apple के सप्लायर्स में सैलरी और भी ज्यादा होती है. वहीं इंटरनेशनल कंपनियों में यह कमाई और भी तेजी से बढ़ती है.
करियर ग्रोथ की बात करें तो Testing Engineer के लिए आगे कई रास्ते खुल जाते हैं. अनुभव बढ़ने पर आप Senior Testing Engineer, Quality Assurance Engineer, R&D Engineer, Product Validation Engineer या Testing Team Leader जैसे पदों तक पहुंच सकते हैं. हर लेवल पर सैलरी और जिम्मेदारियां दोनों बढ़ती जाती हैं.
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