
स्किल बेस्ड कोर्सेज से सजे रांची के कॉलेज, हर स्टूडेंट के लिए एक नया अवसर
Ranchi Special: झारखंड की राजधानी रांची अब केवल पारंपरिक शिक्षा का केंद्र नहीं रही. बदलते वक्त और उद्योग जगत की जरूरतों के साथ यहां के कॉलेज और यूनिवर्सिटी अब युवाओं को प्रोफेशनल कोर्सेज के माध्यम से तैयार कर रहे हैं. बीबीए, बीसीए, एमबीए, एमसीए, होटल मैनेजमेंट, मास कम्युनिकेशन, नर्सिंग, पॉलिटेक्निक और आईटीआई जैसे कोर्सेज में युवाओं का रुझान तेजी से बढ़ा है.
इन कोर्सेज की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें अध्ययन के बाद छात्रों को सीधे उद्योग जगत से जुड़ने का मौका मिलता है. अब रांची के कॉलेजों में शिक्षा सिर्फ डिग्री हासिल करने तक सीमित नहीं रही, बल्कि रोजगार आधारित और कौशलयुक्त शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम बन गई है.
इंटर्नशिप आधारित लर्निंग को मिल रहा बढ़ावा
रांची के कई प्रमुख कॉलेज अब इंटर्नशिप आधारित शिक्षा मॉडल को अपना रहे हैं. इससे छात्रों को कक्षा में पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी मिल रहा है. कई संस्थानों ने स्टार्टअप सेल, इनोवेशन लैब और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू कर दिया है. इससे छात्र नौकरी के लिए ही नहीं, बल्कि स्वरोजगार और स्टार्टअप की दिशा में भी आत्मनिर्भर बन रहे हैं.
विशेषज्ञों का मानना है कि रांची अब पूर्वी भारत का उभरता हुआ प्रोफेशनल एजुकेशन हब बनता जा रहा है, जहां से छात्रों को देश-विदेश में बेहतर अवसर मिल रहे हैं.
हेल्थ सेक्टर में नर्सिंग कोर्स की बढ़ती मांग
कोरोना काल के बाद से हेल्थ सेक्टर में कुशल नर्सों और हेल्थ प्रोफेशनल्स की मांग तेजी से बढ़ी है. रांची में जीएनएम, एएनएम, बीएससी नर्सिंग और एमएससी नर्सिंग जैसे कोर्सेज में नामांकन प्रक्रिया चल रही है. इन कोर्सेस के बाद छात्र आईसीयू, ओटी, मातृ केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र और रिसर्च सेंटरों में काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं.
सरकारी अस्पतालों के अलावा सेना अस्पताल, रेलवे, एनएचएम और निजी हेल्थकेयर संस्थानों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं. विदेशों विशेषकर अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और खाड़ी देशों में भारतीय नर्सों की भारी मांग है.
एमबीए बना कॉरपोरेट और बिजनेस करियर की पहली पसंद
रांची के मैनेजमेंट संस्थानों में एमबीए कोर्स में नामांकन के लिए छात्रों की लंबी कतार है. कॉरपोरेट सेक्टर में नेतृत्व, प्रबंधन और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने वाला यह कोर्स युवाओं के बीच सुनहरा भविष्य बनता जा रहा है.
एमबीए में छात्र मार्केटिंग, फाइनांस, एचआर, ऑपरेशंस, एनालिटिक्स, हेल्थकेयर और इंटरनेशनल बिजनेस जैसे विषयों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं. कई संस्थानों में कैट, सीमैट, मैट, एनमैट और स्नैप स्कोर के आधार पर दाखिला होता है.
पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र निजी कंपनियों, बैंकिंग सेक्टर, स्टार्टअप, कंसल्टेंसी फर्मों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में अच्छी सैलरी पर नौकरी पा रहे हैं. कई छात्र अपना स्टार्टअप शुरू करने की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं.
आइटीआई और पॉलिटेक्निक कोर्स से खुल रहे तकनीकी करियर के द्वार
तकनीकी क्षेत्र में रुचि रखनेवाले छात्र अब आईटीआई और पॉलिटेक्निक कोर्स की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं. 10वीं और 12वीं के बाद युवा इन रोजगारोन्मुखी कोर्सेस में दाखिला ले रहे हैं.
आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन, फिटर, वेल्डर, डीजल मैकेनिक और कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया जाता है. वहीं, पॉलिटेक्निक संस्थानों में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे ब्रांच उपलब्ध हैं.
इन कोर्सेज के बाद छात्रों को रेलवे, बिजली बोर्ड, पीडब्ल्यूडी, ऑटोमोबाइल सेक्टर, कंस्ट्रक्शन कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में नौकरी के अवसर मिलते हैं.
10 से अधिक प्रोफेशनल कोर्सेज उपलब्ध, रोजगार की व्यापक संभावनाएं
रांची के कई कॉलेज अब 10 से अधिक प्रोफेशनल कोर्सेज ऑफर कर रहे हैं. इनमें शामिल हैं:
- बीबीए, बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग
- फाइनांस मार्केट ऑपरेशन, ऑफिस मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट
- फैशन डिजाइनिंग, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, एनिमेशन
- बीसीए, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बीएससी इन आईटी/सीए
इन कोर्सेज से छात्र बैंकिंग, मार्केटिंग, डिजिटल सेल्स, मीडिया, कंटेंट क्रिएशन, फैशन इंडस्ट्री, एनिमेशन, फार्मा और रिसर्च जैसे क्षेत्रों में रोजगार पा रहे हैं.
शिक्षा के नए मॉडल से युवाओं को मिल रही दिशा
रांची के कॉलेज अब केवल डिग्री देने वाले संस्थान नहीं रहे, बल्कि प्रैक्टिकल, रोजगारोन्मुखी और स्किल-आधारित शिक्षा का केंद्र बनते जा रहे हैं. यह ट्रेंड न केवल रोजगार के रास्ते खोल रहा है, बल्कि झारखंड को शैक्षणिक नवाचार का नया केंद्र भी बना रहा है.
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