
साइबर खतरों से निपटने का नया हथियार, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कोर्स
Blockchain Technology: आज की डिजिटल दुनिया में टेक्नोलॉजी तेजी से बदल रही है, और इन्हीं बदलावों में एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी. ये तकनीक सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन) तक सीमित नहीं है, बल्कि बैंकों, मेडिकल, एजुकेशन, सरकारी कामों और बिजनेस में भी इसका बड़ा योगदान हो रहा है.
What is Blockchain Technology: ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है?
ब्लॉकचेन एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें डेटा को ब्लॉक्स के रूप में स्टोर किया जाता है, और ये ब्लॉक्स एक चेन से जुड़े होते हैं. हर ब्लॉक में डेटा, समय और पिछले ब्लॉक का एक कोड होता है. इस वजह से डेटा में कोई भी बदलाव करना लगभग नामुमकिन होता है. यही कारण है कि यह तकनीक बहुत ही सुरक्षित और ट्रांसपेरेंट मानी जाती है.
Why Blockchain Technology Use: ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग क्या है?
ब्लॉकचेन एक आधुनिक तकनीक है जो डेटा को सुरक्षित, पारदर्शी और बदल-ना-सकने योग्य (immutable) तरीके से स्टोर करने के लिए इस्तेमाल होती है. इसका उपयोग नीचे बताए चीजों में कर सकते हैं:-
- क्रिप्टोकरेंसी (Bitcoin, Ethereum)
- बैंकिंग और फाइनेंस
- हेल्थकेयर डेटा मैनेजमेंट
- सप्लाई चेन मैनेजमेंट
- वोटिंग सिस्टम
- स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स
Blockchain Technology Eligibility: कोर्स करने की योग्यता
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कोर्स (Blockchain Technology) के लिए छात्रों को कम से कम 12वीं पास (PCM या कॉमर्स स्ट्रीम से) होना जरूरी है. कुछ कोर्सेस के लिए ग्रेजुएशन (BTech, BSc, BCA) जरूरी होता है. बेसिक कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग की जानकारी फायदेमंद होती है.
Certificate in Blockchain Technology
S.No. | Course Name |
---|---|
1 | Certificate in Blockchain Technology |
2 | Certificate Course in Blockchain Development |
3 | Introduction to Blockchain and Cryptocurrency – Certificate |
4 | Blockchain Fundamentals – Online Certificate |
5 | Professional Certificate in Blockchain by IIT Madras (NPTEL) |
6 | Blockchain Specialization – Coursera (offered by University at Buffalo) |
7 | Certified Blockchain Developer – Simplilearn |
8 | Blockchain Basics – edX (offered by University of California, Berkeley) |
9 | Blockchain and Smart Contracts – Certificate Program |
10 | Advanced Certificate in Blockchain Technology |
Blockchain Technology Admission: कैसे लें एडमिशन?
भारत में कई संस्थान ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर कोर्स प्रदान करते हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रूपों में उपलब्ध हैं. ड्रोन टेक्नोलॉजी या इससे संबंधित कोर्स में प्रवेश के लिए कई तरह के एंट्रेंस एग्जाम होते हैं. कुछ प्रमुख परीक्षाएं जैसे JEE Mains और CUET के माध्यम प्रवेश लिया जा सकता है. इसके अलावा, कई प्राइवेट कॉलेज अपने खुद के एंट्रेंस टेस्ट भी आयोजित करते हैं. अगर आप बिना एग्जाम के कोर्स करना चाहते हैं, तो NIELIT या Coursera जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़े सर्टिफिकेट और स्किल-बेस्ड कोर्स उपलब्ध हैं.
Top college
- IIIT Hyderabad
- MIT-WPU Pune
- Amity University
- Chandigarh University
- Online Platforms: Coursera, edX, UpGrad, Simplilearn, NPTEL
Subject s in Blockchain Technology
- Introduction to Blockchain (ब्लॉकचेन का परिचय)
- Cryptography and Security (क्रिप्टोग्राफी और सुरक्षा)
- Distributed Systems (वितरित प्रणाली)
- Smart Contracts (स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स)
- Blockchain Platforms (ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म्स)
- Development Tools (डेवलपमेंट टूल्स)
- Use Cases (उपयोग के क्षेत्र)
- Crypto and Digital Currency (क्रिप्टो और डिजिटल करेंसी)
- Legal and Ethical Aspects (कानूनी और नैतिक पहलू)
- Project and Internship (परियोजना और इंटरनशिप)
Blockchain Technology Career Options: करियर ऑप्शन
ब्लॉकचेन डेवलपर: ब्लॉकचेन डेवलपर वे पेशेवर होते हैं जो ब्लॉकचेन आधारित एप्लिकेशन और सिस्टम बनाते हैं. ये स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, क्रिप्टो वॉलेट, डीसेंट्रलाइज़्ड ऐप (DApps) और सिक्योर लेन-देन प्लेटफॉर्म डिजाइन और डेवलप करते हैं. इन्हें क्रिप्टोग्राफी और प्रोग्रामिंग भाषाओं का अच्छा ज्ञान होता है.
ब्लॉकचेन आर्किटेक्ट: ब्लॉकचेन आर्किटेक्ट किसी संगठन के लिए ब्लॉकचेन सिस्टम की संरचना और डिजाइन बनाते हैं. ये तकनीकी ढांचे की योजना बनाते हैं ताकि सिस्टम सुरक्षित, स्केलेबल और कुशल हो. इन्हें तकनीकी नेतृत्व और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम की गहरी समझ होनी चाहिए.
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट डेवलपर: स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट डेवलपर वे होते हैं जो ऐसे कोड लिखते हैं जो ब्लॉकचेन पर स्वतः क्रियान्वित होते हैं. ये अनुबंध स्वचालित नियमों पर आधारित होते हैं. डेवलपर को Solidity जैसी भाषाओं में दक्षता चाहिए होती है, खासकर Ethereum प्लेटफॉर्म के लिए.
क्रिप्टोकरेंसी एनालिस्ट: क्रिप्टो बाजार के रुझानों, मूल्यों और निवेश के अवसरों का विश्लेषण करते हैं. ये तकनीकी और मौलिक विश्लेषण के ज़रिए भविष्यवाणियां करते हैं और निवेशकों को सलाह देते हैं. इनका काम तेजी से बदलते डिजिटल फाइनेंस मार्केट को समझना होता है.
ब्लॉकचेन कंसल्टेंट: ब्लॉकचेन कंसल्टेंट कंपनियों को ब्लॉकचेन तकनीक अपनाने, योजनाएं बनाने और सही प्लेटफॉर्म चुनने में मार्गदर्शन देते हैं. ये तकनीकी और व्यापारिक दृष्टिकोण से सलाह देते हैं ताकि समाधान लागत-कुशल और प्रभावी हो. इन्हें बिज़नेस और टेक्नोलॉजी दोनों का अच्छा ज्ञान होता है.
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट: साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट डिजिटल सिस्टम को हैकिंग, डेटा चोरी और साइबर हमलों से सुरक्षित रखते हैं. ये सुरक्षा उपायों की योजना बनाते हैं, जोखिम का आकलन करते हैं और प्रतिक्रिया रणनीतियां तैयार करते हैं. ब्लॉकचेन में इनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है.
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