
पायलट बनने का है सपना, तो फटाफट लें राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय में एडमिशन.. यहां जानें पूरा प्रोसेस
इन पाठ्यक्रमों की हुई शुरुआत
कितनी है सीटें
विश्वविद्यालय में इस वर्ष उद्योगजगत के सहयोग से 3-वर्षीय बैचलर इन मैनेजमेंट स्टडीज एवं डेढ वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ऑपरेशन पाठ्यक्रम भी संचालित कर रहा है, जो इंटर्नशिप युक्त पाठ्यक्रम है. साथ ही, 6 महीने का बेसिक फायर फाइटर पाठ्यक्रम, एवं 5 सप्ताहों का फायरमैनशिप पाठ्यक्रम, जूनियर फायर ऑफिसर एवं सीनियर फायर ऑफिसर पाठ्यक्रम भी संचालित किये जा रहे हैं जिससे विश्वविद्यालय मे विद्यार्थी का भविष्य बेहतर होगा.
विश्वविद्यालय के कुलपति भृगु नाथ सिंह ने बताया कि यह संस्था और विश्वविद्यालय ना अपने नए-नए आयाम को छू रहा है. ऐसे में विश्वविद्यालय ने इस बार जो नए कोर्स शुरू किए हैं उनमें कोई भी विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट rajiv gandhi national aviation university पर जाकर अपना आवेदन कर सकता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर सभी जानकारियां हैं. बाहर के विद्यार्थियों के साथ-साथ अमेठी के लोगों के लिए भी सीट आरक्षित की गई हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस विश्वविद्यालय में पढ़कर अपने भविष्य को बेहतर बनाने का मौका मिले.
पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी कोर्स संचालित बेहतर होगा भविष्य
विमानन विश्वविद्यालय को नियमित पाठ्यक्रम के अतिरिक्त, अन्य संस्थानों द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों को भी मान्यता प्रदान करने की शक्ति प्रदान की गई है. इसके अंतर्गत वर्ष 2025-26 से इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी द्वारा संचालित बी.एससी एविएशन फॉर सी.पी.एल. कैडेट एवं बी.एससी एयरक्राफ्ट मेन्टेनेंस इंजीनियरिंग फॉर ए.एम.ई. कैडेट पाठ्यक्रमों को मान्यता एवं डिग्री प्रदान की जाएगी.
उन्होंने आगे कहा वर्ष 2026-27 के लिए, देशभर के महाविद्यालयों एवं संस्थानों को विमानन क्षेत्र से संबंधित पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए, मान्यता प्रदान करने के उद्देश्य से आवेदन आमंत्रण की प्रक्रिया भी शुरू की है और उचित प्रकिया का अनुपालन कर, उन्हें इसकी अनुमति दी जाएगी.
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