
घूंघट में IAS, घूंघट में IAS, हॉस्पिटल पर रेड मारने वाली अधिकारी कौन हैं? डॉक्टरों के उड़ गए होश
Success Story of IAS Krati Raj: देशभर में कई आईएएस ऑफिसर अपने काम करने के अनोखे अंदाज और ईमानदार छवि के कारण चर्चा में रहते हैं. उन्हीं में से एक नाम है IAS कृति राज का. फिरोजाबाद जिले में एसडीएम के पद पर तैनात कृति राज ने एक सरकारी अस्पताल में घूंघट डालकर रेड मारी थी और भ्रष्टाचार का खुलासा कर दिया था. उनका यह अंदाज सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में रहा और लोगों ने उन्हें जांबाज अधिकारी कहा. आइए जानते हैं उनकी सक्सेस जर्नी.
Who is IAS Krati Raj: कौन हैं IAS कृति राज?
IAS ऑफिसर कृति राज मूल रूप से उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से ताल्लुक रखती हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई झांसी से ही हुई है. कृति ने सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई शुरू की और उसके बाद जय एकेडमी, झांसी से 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की. बचपन से ही पढ़ाई में तेज कृति राज का सपना था कि वह कुछ ऐसा करें जिससे समाज में बदलाव ला सकें.

BTech CS की डिग्री
स्कूलिंग पूरी करने के बाद कृति ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का फैसला किया. उन्होंने बुंदेलखंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस (BTech CS) की डिग्री हासिल की. पढ़ाई के दौरान उन्होंने तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ अपनी सोच को और मजबूत किया. हालांकि, उनके मन में हमेशा यह सवाल रहता था कि वह समाज और देश के लिए सीधे तौर पर क्या कर सकती हैं. यही सोच उन्हें इंजीनियरिंग से आगे बढ़कर UPSC की तैयारी की ओर ले गई.
UPSC की तैयारी
BTech पूरी करने के बाद कृति राज ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी. खास बात यह है कि उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षा उसी समय दी जब देशभर में कोरोना लॉकडाउन चल रहा था. तमाम मुश्किल हालात के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी. IAS कृति राज ने UPSC परीक्षा में 106वीं रैंक हासिल की और कुल 986 अंक प्राप्त किए. इस शानदार सफलता के बाद उनका चयन IAS सर्विस में हुआ और उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला. यह उनके लिए सपनों को सच करने जैसा पल था.
Success Story of IAS Krati Raj: घूंघट में की अस्पताल पर रेड
IAS कृति राज का सबसे चर्चित काम रहा फिरोजाबाद के एक सरकारी अस्पताल पर छापा मारना. यहां भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायतें लगातार मिल रही थीं. कृति राज ने बिना किसी को खबर किए, गाड़ी से उतरते ही दुपट्टे से घूंघट किया और चुपचाप अस्पताल पहुंच गईं.
उन्होंने अंदर जाकर दवाइयों की जांच की तो कई एक्सपायरी डेट की दवाएं पाईं. उनके इस एक्शन ने पूरे अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा दिया. इस कदम के बाद लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की और उन्हें ईमानदार अधिकारी बताया.
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